
AIIMS ऋषिकेश में बवाल: ‘Pyrexia’ फेस्ट में पीजी डॉक्टरों में खूनी संघर्ष, धारदार हथियार चले!
ऋषिकेश, उत्तराखंड – देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों में से एक, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ऋषिकेश, में उस समय हड़कंप मच गया जब देर रात संस्थान के पीजी डॉक्टर आपस में ही भिड़ गए। एम्स में चल रहे पांच दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘पाइरेक्सिया’ (Pyrexia) के समापन समारोह के दौरान हुआ यह विवाद इतना बढ़ गया कि लात-घूसे चले और यहाँ तक कि धारदार हथियार से भी हमला किया गया, जिसमें दो डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस घटना ने संस्थान के अनुशासित माहौल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एम्स प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है, जबकि पुलिस शिकायत दर्ज होने का इंतजार कर रही है।
क्या है पूरा मामला?
यह पूरी घटना एम्स ऋषिकेश में आयोजित पांच दिवसीय वार्षिक उत्सव ‘पाइरेक्सिया’ के अंतिम दिन, यानी रविवार देर रात की है। कार्यक्रम के समापन पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां चल रही थीं। इसी दौरान एम्स के पीजी डॉक्टरों और जौलीग्रांट स्थित एक अन्य निजी मेडिकल कॉलेज से आए पीजी डॉक्टरों के बीच किसी बात को लेकर बहस शुरू हो गई।
कैसे मामूली कहासुनी खूनी संघर्ष में बदली?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जो विवाद शुरू में एक मामूली कहासुनी लग रहा था, उसने देखते ही देखते एक हिंसक रूप ले लिया।
- हाथापाई और मारपीट: दोनों गुटों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि वे एक-दूसरे पर लात-घूंसों से हमला करने लगे।
- धारदार हथियार का इस्तेमाल: झगड़े के चरम पर, किसी ने एक धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे दो डॉक्टरों को चोटें आईं।
- घायलों को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया: घायल हुए दोनों डॉक्टरों को तुरंत एम्स की इमरजेंसी में ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
देर रात तक DJ और शराब? उठ रहे सवाल
इस घटना के बाद कार्यक्रम के आयोजन पर भी कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
- देर रात तक DJ: सूत्रों का कहना है कि नियमों के विपरीत, कार्यक्रम में रात दस बजे के बाद भी तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा था, जिससे माहौल अनियंत्रित हो गया।
- शराब सेवन का आरोप: यह भी अपुष्ट खबरें हैं कि झगड़े की एक वजह शराब का सेवन भी हो सकता है, हालांकि एम्स प्रशासन या पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
पुलिस की कार्रवाई और शिकायत का इंतजार
हंगामे और मारपीट की सूचना मिलते ही एम्स चौकी पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस को आता देख कई छात्र मौके से भाग खड़े हुए।
- चौकी प्रभारी का बयान: चौकी प्रभारी साहिल वशिष्ठ ने पुष्टि की है कि दो लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा, “हमें घटना की जानकारी मिली है, लेकिन अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत (तहरीर) नहीं दी गई है।”
- शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई: पुलिस का कहना है कि जैसे ही उन्हें किसी भी पक्ष से शिकायत मिलेगी, वे कानूनी कार्रवाई शुरू कर देंगे।
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एम्स प्रशासन का सख्त रुख
एम्स प्रशासन ने इस पूरी घटना को संस्थान की प्रतिष्ठा पर एक धब्बे के रूप में देखा है और इस पर सख्त रुख अपनाया है।
- जांच शुरू: एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने कहा है कि यह छात्रों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम था और उन्हें विवाद की जानकारी मिली है।
- भविष्य के लिए चेतावनी: उन्होंने कहा, “प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”
यह घटना मेडिकल छात्रों के बीच बढ़ते तनाव और संस्थानों में अनुशासन की कमी की ओर भी इशारा करती है, जो एक गंभीर चिंता का विषय है। ऐसी ही और नवीनतम और विस्तृत खबरों के लिए, डेली एज न्यूज़ (Daily Edge News) से जुड़े रहें।